'लाडली बहना योजना' से रूठी बहनों पर है कांग्रेस की नजर, अपनी ओर करने के लिए बनाई है यह योजना
MP Assembly Election 2023: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) की महत्वाकांक्षी 'लाडली बहना योजना' (Ladli Behna Yojana) पर विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) नजरें गड़ाए हुए है. बताया जा रहा है कि मप्र में ढाई करोड़ महिला मतदाता हैं,जबकि इस योजना के लाभ से महज 70 से 80 लाख महिला मतदाताएं ही लाभांवित होंगी. ऐसे में योजना के लाभ से वंचित रहने वाली महिला मतदाताओं पर कांग्रेस ने फोकस करना शुरू कर दिया है.कांग्रेस इन रूठी बहनों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए रणनीति बनाने में जुट गई है.
मध्य प्रदेश के चुनाव में महिला मतदाता
मध्य प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना लाडली बहना योजना के पंजीयन की आखिरी तारीख 30 अप्रैल थी. अंतिम दिन तक पूरे प्रदेश में एक करोड़ 25 लाख 23 हजार 437 महिलाओं ने पंजीयन कराया है.आखिरी दिन राजधानी भोपाल में तीन लाख 8 आठ हजार 56 महिलाओं ने पंजीयन कराया था.पंजीयन की तारीख निकलने के बाद भी कई महिलाएं पंजीयन केंद्र पहुंची थीं, लेकिन वे मायूस होकर लौटने के लिए विवश हो गईं.लाडली बहना योजना का पहला चरण समाप्त हुआ.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने जन्मदिन के मौके पर नर्मदा किनारे स्थित अपने गांव जैत से 'लाडली बहना योजना' की घोषणा की थी. इस योजना के अनुरूप महिलाओं को प्रति महीने एक हजार रुपए दिए जाने हैं.इस योजना के तहत 25 मार्च से आवेदन भरे जाने की शुरुआत हुई थी. ग्राम पंचायत, वार्ड और आंगनबाड़ी केंद्रों में शिविर लगाकर योजना के आवेदन पत्र भरे गए. 30 अप्रैल आवेदन फार्म भरे जाने की अंतिम तारीख थी. 31 मई 2023 को योजना के लाभार्थियों की अंतिम सूची जारी होगी और 10 जून 2023 से योजना का लाभ मिलना शुरु हो जाएगा. हर महीने की 10 तारीख को बहनों के खाते में राशि पहुंचना शुरू हो जाएगी.
केवल इतनी महिलाओं को ही मिलेगा लाभ
जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश में मतदाताओं की संख्या में पांच करोड़ 39 लाख 87 हजार 876 हैं. इन मतदाताओं में पुरुष मतदाता दो करोड़ 79 लाख 62 हजार 711 हैं, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या दो करोड़ 60 लाख 23 हजार 733 है. महिला मतदाताओं को रिझाने के बाद मप्र की बीजेपी सरकार ने लाडली बहना योजना की शुरुआत की है.इस योजना को लेकर महिलाओं में उत्साह भी है, लेकिन वास्तविकता यह है कि इस योजना के लाभ से प्रदेश की सभी महिलाएं लाभांवित नहीं हो सकेगी.नियमों के चलते महज 70 से 80 लाख महिलाओं के लाभांवित होने का अनुमान है. ऐसे में योजना से वंचित शेष महिलाएं रूठ भी सकती हैं. इन्हीं रूठी महिलाओं को मनाने के लिए अब कांग्रेस फोकस कर रही है.कांग्रेस 30 मई का इंतजार कर रही है,क्योंकि 30 मई को ही योजना की सूची जारी होगी.
इन महिलाओं को नहीं मिलेगा लाभ
वे महिलाएं जो स्वयं भारत सरकार और राज्य सरकार की किसी भी योजना के तहत प्रतिमाह 1000 रुपए या उससे अधिक की राशि प्राप्त कर रही हैं.जिनके परिवार का कोई सदस्य वर्तमान और भूतपूर्व सांसद या विधायक हो.जिनके परिवार का कोई सदस्य भारत सरकार और राज्य सरकार के बोर्ड, निगम, मंडल, उपक्रम, का अध्यक्ष, उपाध्यक्ष या संचालक सदस्य हो.जिनके परिवार का कोई सदस्य स्थानीय निकायों में निर्वाचित जनप्रतिनिधि (पंच एवं उपसरपंच को छोडक़र) हो.जिनके परिवार के सदस्यों के पास संयुक्त रूप से कुल पांच एकड़ से अधिक कृषि भूमि हो. (यहां पर परिवार का अर्थ पति-पत्नी और आश्रित बच्चों से). जिनके परिवार के सदस्यों के नाम से रजिस्टर्ड चार पहिया वाहन (ट्रेक्टर सहित) रहे हों.
मप्र में महिला मतदाताओं की संख्या दो करोड़ 60 लाख 23 हजार 733 है. प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों में कम से कम 18 पर महिला वोटरों की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक है.
मध्य प्रदेश में क्या है कांग्रेस की तैयारी
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव चुनाव के लिहाज से कांग्रेस बीजेपी कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ रही है. लाड़ली बहना योजना के जवाब में कांग्रेस ने 'नारी सम्मान योजना' पर फोकस किया है. कांग्रेस ने दावा किया है कि हमारी सरकार बनी तो महिलाओं को 1500 रुपये नारी सम्मान निधि दी जाएगी और हर महीने और रसोई गैस सिलेंडर 500 रुपये में देंगे. कमलनाथ 9 मई को छिंदवाड़ा से 'नारी सम्मान योजना' की शुरुआत करेंगे. इसके बाद कांग्रेस ने हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 50 हजार महिलाओं के फॉर्म भरवाने का लक्ष्य रखा है.पार्टी ने इसका खाका भी तैयार कर लिया है.